खाद्य पदार्थो की ‘प्रयोगशाला’ बन चुके मिड डे मील में एक और ‘इनोवेशन’ पर
मिलजुलकर फैसला हुआ है। अब प्राइमरी स्कूल के करीब पौने दो करोड़ बच्चे दूध
नहीं पिएंगे, ग्लूकोज बिस्किट खाकर तंदुरुस्त रहेंगे।
खाद्य पदार्थो की ‘प्रयोगशाला’ बन चुके मिड डे मील
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Diposkan Oleh: tetnews
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