प्रयागराज कोविड 19 के मद्देनजर उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (यूपीपीएससी) अब तक छह परीक्षाएं स्थगित कर चुका है, लेकिन इसका असर आयोग के पूरे परीक्षा कैलेंडर पर पड़ेगा। प्रारंभिक परीक्षाएं स्थगित हो जाने से आयोग के लिए अब मुख्य परीक्षाओं का आयोजन भी पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार करा पाना मुश्किल होगा। ऐसे में कैलेंडर में शामिल अन्य परीक्षाओं के टलने के आसार भी बढ़ गए हैं। यूपीपीएससी को आगे भी कई परीक्षाओं की तिथियों में परिवर्तन करना पड़ सकता है। यूपीपीएससी ने अब तक जिन
परीक्षाओं
को स्थगित किया है, उनमें 17 अप्रैल को प्रस्तावित प्रवक्ता राजकीय डिग्री
कॉलेज स्क्रीनिंग परीक्षा, 23 मई को प्रस्तावित प्रधानाचार्य श्रेणी-2 /
उप प्रधानाचाचार्य/सहायक निदेशक स्क्रीनिंग परीक्षा, 30 मई को प्रस्तावित
सम्मिलित राज्य कृषि सेवा प्रारंभिक परीक्षा, 13 जून को प्रस्तावित
पीसीएस-2021 की प्रारंभिक परीक्षा एवं सहायक वन संरक्षक (एसीएफ) /
क्षेत्रीय वन अधिकारी (आरएफओ) 2021 की प्रारंभिक परीक्षा और 20 जून को
प्रस्तावित प्रवक्ता राजकीय इंटर कॉलेज प्रारंभिक परीक्षा शामिल है। अगर
हालात नहीं सुधरे तो आयोग को जुलाई में प्रस्तावित परीक्षाएं भी स्थगित
करनी पड़ सकती हैं। हालांकि अब तक जितनी परीक्षाएं स्थगित की गई हैं, उनका
असर कैलेंडर
में
शामिल बाकी परीक्षाओं पर भी पड़ेगा। प्रारंभिक परीक्षाओं के लिए आयोग को
केंद्र निर्धारण, पेपर सेटिंग जैसी प्रक्रिया पूरी करनी होती है। परीक्षा
के बाद रिजल्ट जारी करने के लिए समय सीमा निर्धारित की जाती है। रिजट आने
पर अभ्यर्थियों से मुख्य परीक्षा के लिए आवेदन लिए जाते हैं और इसके बाद
मुख्य परीक्षा का आयोजन होता है। प्रारंभिक परीक्षाएं स्थगित होने से यह
पूरा क्रम बिगड़ जाएगा। आयोग के कैलेंडर में पीसीएस-2021 की मुख्य परीक्षा
तीन अक्तूबर से, एसीएफ/आरएफओ 2021 की मुख्य परीक्षा 22 अक्तूबर से,
सम्मिलित राज्य कृषि सेवा मुख्य प 13 नवंबर से और प्रवक्ता राजकीय इंटर
कॉलेज मुख्य परीक्षा चार दिसंबर को प्रस्तावित है। लेकिन, अब इन सभी
परीक्षाओं के आयोजन पर संकट मंडरा रहा है।
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