सरकार
कर्मचारियों के हितों की लगातार अनदेखी कर रही है। कोविड महामारी के बीच
कर्मचारियों को बिना किसी व्यवस्था प्रशिक्षण, चुनाव व मतगणना में झोंक
दिया गया। करीब 1500 शिक्षकों व कर्मचारियों को जान गंवानी पड़ी है। कोर्ट
में जिस व्यवस्था का आश्वासन दिया गया, उस पर भी अमल नहीं हुआ। अपनों को
खोने वाले शिक्षकों, कार्मिकों व उनके परिवारों में आक्रोश स्वाभाविक है।
सरकार को कर्मचारी विरोधी मानसिकता से बाहर आना चाहिए।
- हरिकिशोर तिवारी, अध्यक्ष संयुक्त राज्य कर्मचारी परिषद
0 comments:
Post a Comment