लखनऊ : आंगनबाड़ी केंद्रों के लाभार्थियों को मिलने वाले अनुपूरक पोषाहार की ऑनलाइन फी¨डग के लिए खरीदे जा रहे स्मार्ट मोबाइल फोन को लेकर विवाद शुरू हो गया है। महिला एवं बाल विकास मंत्री स्वाती सिंह ने टेंडर से बाहर हुई एक मोबाइल कंपनी की शिकायत पर टेंडर निरस्त करने के निर्देश प्रमुख सचिव को दिए थे, लेकिन टेंडर निरस्त नहीं किए गए। हालांकि मंत्री व प्रमुख सचिव के बीच की खींचतान से मोबाइल खरीद उलझती दिख रही है। ऐसे में अगले अनुपूरक पोषाहार की ऑनलाइन फी¨डग शुरू हो पाना मुश्किल है।
केंद्र
सरकार ने अनुपूरक पोषाहार वितरण की ऑनलाइन ट्रैकिंग के लिए पोषण ट्रैकर
नाम से नया एप लांच किया है। इसके तहत राज्यों को अनुपूरक पोषाहार की
ऑनलाइन फी¨डग करनी है। इसी के आधार पर केंद्र अनाज का कोटा आवंटित करेगा।
केंद्र के राष्ट्रीय पोषण मिशन ने राज्य पोषण मिशन को मोबाइल खरीद के लिए
धनराशि उपलब्ध कराई है। इसी के तहत प्रदेश में करीब सवा लाख मोबाइल फोन
खरीद के टेंडर आमंत्रित किए गए थे। मोबाइल खरीद प्रक्रिया 31 मई तक पूरी
करने के बाद आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को इसे उपलब्ध कराना था, लेकिन
टेक्निकल बिड के बाद एक मोबाइल निर्माता कंपनी ने मोबाइल खरीद की प्रक्रिया
पर सवाल उठा दिए थे।
महिला
एवं बाल विकास राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) स्वाती सिंह ने प्रक्रिया पर
सवाल उठाते हुए इसे निरस्त करने और पत्रवली प्रस्तुत करने के निर्देश
विभाग की प्रमुख सचिव वी हेकाली ङिामोमी को दिए थे, लेकिन प्रमुख सचिव ने
मंत्री की सभी आपत्तियों पर राज्य पोषण मिशन निदेशक से जवाब लेकर मंत्री को
भेज दिया था और टेंडर प्रक्रिया बहाल रखी। अब फाइनेंशियल बिड भी खुल गई
है, लेकिन दोनों के बीच खींचतान सार्वजनिक होने से अब जल्दी फैसला होने की
उम्मीद नहीं है। इस बारे में मंत्री स्वाती सिंह व प्रमुख सचिव वी हेकाली
ङिामोमी, दोनों ही कुछ बोलने को तैयार नहीं हैं।
’महिला एवं बाल विकास मंत्री ने दिए थे टेंडर निरस्त करने के निर्देश
’अगले माह से नहीं हो पाएगी अनुपूरक पोषाहार की ऑनलाइन फी¨डग
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