लखनऊ। उत्तर प्रदेश दूरस्थ बीटीसी शिक्षक संघ ने सरकार पर शिक्षा
मित्रों, अनुदेशकों और मिड डे मिल के रसोइयों के साथ भेदभाव करने का आरोप
लगाया है। संघ के अध्यक्ष अनिल यादव ने कहा कि पंचायत चुनाव की ड्यूटी के
दौरान करीब आठ सौ शिक्षकों के साथ करीब 200 शिक्षा मित्रों, 97 अनुदेशकों
और
100 रसोइयों की भी कोरोना संक्रमण के कारण मृत्यु हुई है। बेसिक शिक्षा
विभाग में केवल मृतक शिक्षकों और कर्मचारियों को मानदेय देने का प्रस्ताव
तैयार किए जा रहे हैं।
अनिल
यादव का कहना है कि चुनाव ड्यूटी में मिड डे मील के रसोइयों की ड्यूटी
मतदान दलों के भोजन की व्यवस्था के लिए लगाई गई थी। इनमें से सौ से अधिक
रसोइयों की कोरोना संक्रमित होने के कारण मृत्यु हो गई। प्रदेश सरकार की ओर
से अभी तक मृतक शिक्षा मित्रों, अनुदेशकों और रसोइयों के आश्रितों को
मुआवजा व सरकारी नौकरी देने के संबंध में कोई पहल नहीं की गई है।
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