बेसिक शिक्षा विभाग की ओर से प्रदेश के परिषदीय विद्यालयों के लिए
2011 में टीईटी शुरू होने के बाद कोई भर्ती नहीं की गई। सरकार की ओर से
एडेड जूनियर हाईस्कूलों में भर्ती के लिए 1894 पदों की घोषणा तो हुई लेकिन
परीक्षा आज तक भर्ती नहीं हो सकी। 2011 में टीईटी पास करने वाले
अभ्यर्थियों की टीईटी पात्रता भी इस बीच खत्म हो गई। अब प्रदेश सरकार की ओर
से टीईटी को आजीवन मान्य किए जाने के बाद जूनियर टीईटी पास अभ्यर्थियों ने
बेसिक शिक्षा परिषद की ओर से नई शिक्षक भर्ती घोषित करने की मांग उठाई है।
प्रदेश
में पहली बार 2011 में शिक्षक पात्रता परीक्षा शुरू हुई, इसके बाद जूनियर
में विज्ञान वर्ग के लिए एक भर्ती हुई परंतु जूनियर हिंदी, संस्कृत एवं
सामाजिक विज्ञान विषय वर्ग के लिए कोई भर्ती घोषित नहीं की गई। अब हिंदी,
संस्कृत, सामाजिक विज्ञान विषय के साथ जूनियर टीईटी पास करने वाले
अभ्यर्थियों ने प्रदेश सरकार से बेसिक शिक्षा परिषद के स्कूलों में खाली
शिक्षकों के पद भरे जाने की मांग की है। अभ्यर्थियों का कहना है कि सरकार
ने भर्ती घोषित नहीं की तो वह तय आयु सीमा के बाहर हो जाएंगे। ऐसे में
उन्हें मिला अवसर जाता रहेगा।
जूनियर हाईस्कूलों
एवं सहायता प्राप्त माध्यमिक विद्यालयों में अपने चार साल के कार्यकाल में
प्रदेश सरकार कोई नई शिक्षक भर्ती पूरी नहीं कर सकी। प्रदेश सरकार की ओर से
एडेड जूनियर हाईस्कूलों के लिए 390 प्रधानाध्यापक एवं 1504 सहायक अध्यापक
की भर्ती घोषित की गई थी। इस बीच कोरोना संकट के कारण अप्रैल में
प्रस्तावित यह भर्ती परीक्षा भी नहीं कराई जा सकी।
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