12वीं की बोर्ड परीक्षा रद होने के बाद छात्रों की निगाहें अब केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) के आकलन के फामरूले और रिजल्ट घोषित होने की तारीख पर टिकी हैं। हालांकि इस बीच सीबीएसई ने जो संकेत दिए हैं, उसके तहत 12वीं के छात्रों के आकलन का फामरूला 10वीं के फामरूले से ज्यादा व्यापक होगा। यह फामरूला अगले एक-दो दिनों दिनों में घोषित हो सकता है। वहीं रिजल्ट भी जुलाई तक आने की संभावना है।
केंद्र
सरकार की ओर से मंगलवार को केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) की
12वीं की परीक्षाएं रद करने की घोषणा के साथ ही बोर्ड से मूल्यांकन के लिए
समयबद्ध तरीके से बेहतर मानदंड तैयार करने को कहा है, जिसके आधार पर परिणाम
जारी किया जा सके। सूत्रों के मुताबिक सीबीएसई 12वीं के मूल्यांकन के लिए
10वीं के परिणामों और 12वीं की प्री-बोर्ड, अर्धवार्षिक और यूनिट परीक्षाओं
को आधार बनाया जा सकता है। 12वीं की तीन प्री-बोर्ड परीक्षाओं में, जिसमें
सबसे बेहतर अंक होंगे उसे ही आधार माना जाएगा। मूल्यांकन में कक्षा नौ और
11वीं के परिणामों को शामिल करने को लेकर फिलहाल असमंजस की स्थिति है।
सीबीएसई के एक वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक बोर्ड के पास केवल 10वीं के
परिणामों का ही डाटा है। ऐसे में नौवीं और 11वीं के अंकों को 12वीं के
मूल्यांकन में शामिल करने में परेशानी हो रही है।
सीबीएसई की तरफ से मूल्यांकन को लेकर तैयार किए जा रहे मापदंडों को अगले सप्ताह तक सार्वजनिक किया जा सकता है।
इस तरह हो सकता मूल्यांकन
’ 100 अंकों के आधार पर होगा प्रत्येक विषय का मूल्यांकन
’
80 अंकों का मूल्यांकन बोर्ड के मापदंडों के आधार पर होगा। इसमें से 50
फीसद अंक 10वीं की बोर्ड परीक्षा के आधार पर व 50 फीसद अंक 12वीं की प्री
बोर्ड, छमाही व यूनिट परीक्षाओं के होंगे।
’ 20 अंकों का मूल्यांकन आंतरिक आधार पर होगा
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