बाबा बेलखनाथ धाम विकासखंड के ओझला ग्राम पंचायत के नवनिर्वाचित
प्रधान द्वारा समिति के गठन के पहले प्राइमरी स्कूल में गंगाजल के छिड़काव
का मामला अब तूल पकड़ता जा रहा है। इस मामले की शिकायत लेकर कंधई थाने
पहुंचे पूर्व प्रधान को पुलिस ने डांटकर भगा दिया। प्रकरण को लेकर गांव में
तनाव बना हुआ है। यदि मामले को पुलिस ने गंभीरता से नहीं लिया तो बड़ा
बवाल हो सकता है।
ओझला
के पूर्व प्रधान काशीराम ने पुलिस को दिए गए शिकायती पत्र में आरोप लगाया
है कि निर्वाचित प्रधान दुर्गावती पक्ष के लोगों ने ग्राम पंचायत समिति के
गठन के दिन 27 जून को स्कूल परिसर में गंगा जल का छिड़काव किया था। गांव के
प्रधान समर्थक अशोक कुमार यादव ने दलित प्रधान होने के नाते गंगाजल का
छिड़काव किया।
ताकि स्कूल परिसर
को शुद्ध किया जा सके। इसके पहले वह स्कूल में ग्राम पंचायतों की बैठकें
करता रहा है। सोशल मीडिया पर वायरल होने वाली पोस्ट का विरोध करने पर अशोक
ने धमकी दी थी। पूर्व प्रधान का आरोप है कि बृहस्पतिवार को कंधई थाने
शिकायत लेकर गया था, जहां से पुलिस ने उसे भगा दिया। उसके साथ गांव के लोग
भी अपमानजनक व्यवहार कर रहे हैं। कंधई थानाध्यक्ष ने बताया कि शिकायत पत्र
लेकर छानबीन की जा रही है। भगाने की बात गलत है।
कोई
भी नया काम करने के पहले उस स्थान को पवित्र किया जाता है। हमारे धर्म में
ऐसे स्थानों को पवित्र करने के लिए गंगाजल का प्रयोग होता है। ग्राम
पंचायत समिति के गठन के दिन भी कुछ लोगों ने गंगाजल का छिड़काव किया था।
इसके साथ ही सैनिटाइजेशन भी कराया गया। अब इसे गंवई राजनीति के तहत तूल
दिया जा रहा है। जबकि उन लोगों की ऐसी कोई मंशा नहीं थी ओर न ही आगे होगी।
-दुर्गावती, ग्राम प्रधान
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