केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) ने बच्चों की कहानी सुनने में रुचि बढ़ाने के मकसद से स्टोरी टेलिंग(कहानी सुनाओ) पाठ्यक्रम शुरू किया है। यानी अब शिक्षक बच्चों को पढ़ाने के साथ क्लासरूम में कहानी भी सुनाएंगे। जिससे बच्चे पढ़ाई के साथ बोर भी नहीं होंगे। बच्चों को कहानी सुनाने की कला सिखाने के लिए शिक्षकों को बेबिनार के जरिये प्रशिक्षित किया जाएगा।
सीबीएसई
से जुड़े विशेषज्ञों का मानना है कि कहानी सुनने से बच्चों की कल्पनाशक्ति
में वृद्धि होती है। इसी को ध्यान में रखकर स्टोरी टेलिंग पाठ्यक्रम शुरू
किया गया है। सीबीएसई के अनुसार शिक्षकों को गूगल क्लासरूम के जरिये पाठ्य
सामग्री मुहैया कराई जाएगी। तय कार्यक्रम के अनुसार बोर्ड के यू-ट्यूब चैनल
पर वेबिनार होगा। जिसके माध्यम से शिक्षकों को नई कहानी के बारे में
जानकारी दी जाएगी। कहानी सुनाने की तकनीक सीखने के बाद शिक्षक इसका उपयोग
कक्षाओं में विद्यार्थियों को पढ़ाने में कर सकेंगे।
’>>सीबीएसई ने शुरू किया स्टोरी टेलिंग पाठ्यक्रम
’>>कहानी सुनने में बच्चों की रुचि पैदा करना मकसद
यह
बोर्ड की सराहनीय पहल है। इसका इस्तेमाल कहानी के माध्यम से बच्चों को
गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देने में भी किया जा सकता है। शिक्षकों के लिए इससे
संबंधित वेबिनार व पाठ्यक्रम सभी भाषाओं में उपलब्ध होगा। शिक्षक वेबिनार
में लिंक के माध्यम से जुड़ सकते हैं।
अजीत दीक्षित,
जिला समन्वयक, सीबीएसई
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