बाराबंकी। परिषदीय विद्यालयों के नौनिहालों की खेल प्रतिभाओं को निखारने व बढ़ावा देने के लिए केंद्र सरकार का खेल मंत्रालय काफी संजीदा है। इसको लेकर प्रति वर्ष विद्यालयों में स्पोर्ट किट खरीदने की राशि भेजी जाती है। मगर, खेल सामग्री की राशि स्कूल को भेजने के साथ ही इसकी खरीद तक में बड़ा खेल किया जाता है। यहीं कारण है कि शासन से जारी की गई राशि स्कूलों के खाते में भेजने की तय तिथि बीतने के एक सप्ताह बाद भी नहीं भेजी गई। जबकि 30 नवंबर तक खेल सामग्री खरीदने की तारीख तय की गई है।
बेसिक
शिक्षा विभाग के जिले में 2636 परिषदीय स्कूल हैं। इसमें 1792 प्राथमिक,
475 उच्च प्राथमिक व 369 कंपोजिट विद्यालय हैं। इन विद्यालयों के नौनिहालों
की खेल प्रतिभाओं को निखारने के लिए केंद्र सरकार प्रति वर्ष प्राथमिक
विद्यालयों को पांच हजार, उच्च प्राथमिक विद्यालयों को दस हजार व कंपोजिट
विद्यालयों को 15 हजार रुपये की राशि उपलब्ध कराता है। इसको लेकर नवंबर माह
में 1.74 करोड़ की राशि जिले को मिली है। स्पोर्ट किट के खेल उपकरण की
सूची भी उपलब्ध कराई गई है।
स्कूल के मैदान व
बच्चों की संख्या के आधार पर विद्यालय स्तर पर प्रधानाध्यापक की अध्यक्षता
वाली समिति को खरीद करनी है। विद्यालय स्तर पर प्रधानाध्यापक, ब्लॉक स्तर
खंड शिक्षा अधिकारी व जिला स्तर पर बीएसए का उत्तरदायित्व तय होता है। खेल
सामग्री खरीद में बड़ा खेल किया जाता है। इस बार भी जिले को मिली 1.74
करोड़ रुपये की राशि 10 नवंबर तक स्कूल के खाते में भेजने की तारीख तय थी।
मगर, यह राशि न पहुंचने से 30 नवंबर तक खेल सामग्री का चयन, खरीद व सत्यापन
की कार्रवाई कैसे होगी?
खेल सामग्री खरीद की राशि मिली है। अन्य
विभागीय कार्यों में व्यस्तता के कारण स्कूलों के खाते में भेजने में
विलंब हुआ है। सोमवार तक स्कूलों के खातों में राशि भेजकर खेल सामग्री की
खरीद कराई जाएगी।
-अजय कुमार सिंह, बीएसए
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