बीमा
क्षेत्र की कंपनी म्यूनिख ने 40 फीसदी तक प्रीमियम महंगा करने की घोषणा की
है। अन्य कंपनियां भी 30 फीसदी तक वृद्धि की तैयारी कर रही हैं।
2022
में जीवन बीमा कवर (life insurance cover) 20 से 30 फीसदी तक महंगा होगा
क्योंकि बड़ी बीमा कंपनियों (insurance companies) द्वारा प्रीमियम शुल्क
बढ़ाने की उम्मीद है। ज्यादा प्रीमियम से वित्तीय उत्पादों की मांग भी
प्रभावित हो सकती है। अपने नुकसान को कवर करने के लिए बीमा कंपनियां
प्रीमियम में वृद्धि कर सकती है।
इकोनॉमिक टाइम्स
की एक रिपोर्ट के मुताबिक, कई कंपनियां पहले ही इंश्योरेंस रेगुलेटरी
अथॉरिटी ऑफ इंडिया (IRDAI) से शुल्क बढ़ाने की अनुमति के लिए आवेदन कर चुकी
हैं। जबकि अन्य वैश्विक री-इंश्योरर्स कंपनियों के साथ बातचीत कर रही हैं।
रीइंश्योरेंस कंपनी उन्हें कहा जाता है जो बीमा कंपनियों को इंश्योरेंस
देने का काम करती है। बीमा पॉलिसी के प्रीमियम को कम से कम बढ़ाना पड़े,
इसके लिए बीमा कंपनियां Global Reinsurers से बात कर रही हैं।
छह महीनों से चल रही बातचीत
Ageas
फेडरल लाइफ इंश्योरेंस के सीईओ Vighnesh Shahane ने ईटी को बताया कि
कीमतों में बढ़ोतरी के बारे में पिछले छह महीनों से बातचीत हो रही है।
उन्होंने कहा कि, 'हमने पहले ही कुछ योजनाओं पर इंश्योरेंस सेक्टर के
रग्युलेटर IRDAI के साथ वृद्धि के लिए दायर किया है और उत्पादों के आधार पर
वृद्धि या तो लागू की गई है या जल्द ही लागू की जाएगी।'
कोरोना काल में बढ़ी इंश्योरेंस लेने को लेकर जागरुकता
दरअसल
कोरोना वायरस महामारी ( Covid-19 Pandemic) के दौरान बीमा कंपनियों के पास
आए दावों में वृद्धि हुई थी। इसकी वजह से इन कंपनियों का नुकसान बढ़ता चला
गया। ऐसे में घाटे की भरपाई के लिए बीमा कंपनियां प्रीमियम बढ़ाने पर
विचार कर रही हैं। यह बढ़ोतरी दोनों ऑफलाइन और ऑनलाइन पॉलिसी पर होगी। छह
सानों में ऐसा पहली बार होगा जब ऑनलाइन बाजार में बदलाव देखने को मिलेगा।
कोरोना काल के बाद लोगों में इंश्योरेंस पॉलिसी लेने को लेकर जागरुकता बढ़ी
है।
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