फर्जी सर्टिफिकेट के आधार पर पर नौकरी कर रहे दो सहायक अध्याकों को
जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी शिवनारायण सिंह ने बर्खास्त कर दिया है। साथ ही
दोनों बर्खाख्त शिक्षकों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने का आदेश सम्बंधित खंड
शिक्षा अधिकारियों को दिया गया है। बीएसए की इस कार्रवाई से विभागीय
गलियारे में हड़कम्प मच गया है।
बेसिक
शिक्षा विभाग के मानव सम्पदा उत्तर प्रदेश पोर्टल पर फीड नाम, पिता का
नाम, जन्म तिथि एक समान होने वाले शिक्षकों के बारे में एनआईसी से समन्वय
स्थापित कर एसटीएफ मुख्यालय की टीम ने संदिग्धों की जांच की। बीएसए ने भी
अपने स्तर से जांच करायी। इस दौरान शिक्षा क्षेत्र सीयर के प्राथमिक
विद्यालय वाराडीह पर तैनात सहायक अध्यापक ओम प्रकाश यादव तथा शिक्षा
क्षेत्र बैरिया के प्राथमिक विद्यालय शहीद पर तैनात सहायक अध्यापक बालकृष्ण
यादव का शैक्षिक दस्तावेज फर्जी पाया गया।
जांच
के दौरान यह तथ्य सामने आया कि बलिया में तैनात ओमप्रकाश यादव के नाम से
शिक्षक की तैनाती जौनपुर के कम्पोजिट विद्यालय कटघर में है। इन दोनों के
शैक्षणिक दस्तावेज में नाम, पिता का नाम, रोल नम्बर, जन्मतिथि, प्राप्तांक,
पूर्णांक सभी समान है। स्वामी विवेकानंद इंटर कालेज मड़ियाहू जौनपुर के
प्रधानाचार्य की ओर से भेजी गयी छात्र पंजिका व स्थानांतरण प्रमाण पत्र में
पता ग्राम मुकुंदपुर, मड़ियाहू जौनपुर अंकित है। इस आधार पर यह तथ्य सही
मिला कि बलिया में तैनात ओमप्रकाश यादव ने जौनपुर के ओमप्रकाश यादव के
कूटरचित शैक्षिक दस्तावेज के आधार पर नियुक्ति पायी है। इसी प्रकार बैरिया
के प्रावि शहीद पर तैनात बालकृष्ण यादव ने इसी नाम से आजमगढ़ में तैनात
शिक्षक के कागजातों का इस्तेमाल किया है।
फर्जीवाड़ा
का खुलासा होने के बाद बीएसए ने दोनों शिक्षकों से स्पष्टीकरण तलब किया,
लेकिन इन्होंने कोई जबाब नहीं दिया। फिर अंतिम नोटिस के बाद इनकी सेवा
समाप्त कर मुकदमा का आदेश दिया गया है।
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