सिकंदरपुर। पूर्व माध्यमिक
विद्यालय
फरमुल्लापुर में तैनात शिक्षक रवैया बदलने के लिए तैयार नहीं है। गांव के
लोगों का आरोप है कि विद्यालय की छुट्टी होने से रही है। पहले ही शिक्षक
चले जाते हैं, जिस कारण छात्रों की पढ़ाई बाधित हो रही है। फरवरी माह में
बीईओ सुनील दुबे ने निरीक्षण में अनुपस्थिति मिले शिक्षकों का वेतन रोकने
के लिए संस्तुति की थी।
पूर्व
माध्यमिक विद्यालय में 125 छात्र पंजीकृत हैं। इन बच्चों को भविष्य
संवारने की जिम्मेदारी प्रधानाध्यापिका ममता रानी और दो सहायक अध्यापक व
तीन अनुदेशकों के कंधों पर है। बुधवार को विद्यालय में 64 बच्चे मौजूद थे,
लेकिन शिक्षिका नहीं थीं गांव के
दिलीप कुमार,
धरम सिंह, ऋषि कुमार, राजभान, राजपाल आदि का कहना है कि यहां तैनात शिक्षक
छुट्टी होने से पहले ही लापता हो जाते हैं। नियमित पढ़ाई न होने के कारण
बच्चों की पढ़ाई बाधित है।
प्रधानाध्यापिका ममता
रानी का कहना है कि शिक्षकों को कई बार निर्धारित समय तक विद्यालय में
रुकने के लिए कहा जा चुका है। सभी मनमानी पर उतारू है। बीईओ सुनील दुबे ने
बताया कि फरवरी में निरीक्षण में अनुपस्थित मिले शिक्षकों का एक माह का
रोकने की कार्रवाई की गई थी। इसके बाद भी शिक्षक अपना रवैया सुधारने को
तैयार नहीं हैं। शिक्षण कार्य में रूचि न लेने वाले शिक्षकों के खिलाफ
कार्रवाई के लिए उच्चाधिकारियों को लिखा जाएगा।
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