उस्का बाजार क्षेत्र के प्राथमिक विद्यालय सुगही पर
तैनात चार शिक्षक बगैर सूचना ड्यूटी से नदारद मिले हैं। बीएसए ने सभी का
अग्रिम आदेश तक वेतन रोक दिया है। शिकायत मिलने पर बीईओ ने विद्यालय का औचक
निरीक्षण किया था जिसमें पाया की नदारद शिक्षकों का हस्ताक्षर पंजिका पर
बना है जबकि विभाग के पास इनके नदारद रहने का साक्ष्य भी है। इसी में एक
शिक्षक ने बाद में पहुंचकर उपस्थिति पंजिका पर हस्ताक्षर बनाया है। बीएसए
ने इसे दायित्व व आचरण के विपरीत बताया है।
दरअसल,
बीईओ उस्का बाजार ने शिकायत के आधार पर प्राथमिक विद्यालय सुगही का औचक
निरीक्षण किया। निरीक्षण में पाया कि पांच मार्च को समय सुबह 9.05 बजे
सहायक अध्यापक अमर चंद, श्याम सिंह हाड़ा व दीपक तिवारी का सुबह 8.30 बजे
से तीन बजे तक का उपस्थिति पंजिका पर हस्ताक्षर बना है। वहीं सात मार्च को
भी क्रमश: 9.50 से तीन बजे, 10.35 से तीन बजे व 8.30 से तीन बजे के समय का
हस्ताक्षर पंजिका पर अंकित है। जबकि प्राप्त शिकायत व साक्ष्य के आधार पर
तीनों अध्यापकों के साथ सहायक अध्यापक पुरुषोत्तम गुप्त भी पांच मार्च को
विद्यालय में अनुपस्थित थे। इन्होंने बाद में आकर उपस्थिति पंजिका में
हस्ताक्षर बनाया है। बीएसए ने इसे अध्यापक कर्त्तव्यों व दायित्वों के
विरुद्ध आचरण की पुष्टि बताया है।
बीईओ की
निरीक्षण आख्या के आधार पर बीएसए देवेंद्र कुमार पांडेय ने चारों शिक्षकों
का वेतन अग्रिम आदेश तक रोक दिया है। इसके साथ ही कहा है कि चारों शिक्षक
साक्ष्य सहित अपना स्पष्टीकरण स्वयं उपस्थित होकर प्रस्तुत करें। बीएसए ने
बताया कि विद्यालय छोड़ कर गायब चल रहे शिक्षकों की अब खैर नहीं है।
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