सुल्तानपुर। परिषदीय प्राथमिक एवं उच्च प्राथमिक विद्यालयों में किचन
गार्डन विकसित करने के लिए 10 लाख रुपये भेजे गए हैं। प्रति विद्यालय पांच
हजार की दर से 200 विद्यालयों को धनराशि भेजी गई है।विज्ञापन
परिषदीय
प्राथमिक एवं उच्च प्राथमिक विद्यालयों के बच्चों को एमडीएम में शुद्ध व
ताजा सब्जियां उपलब्ध हो पाएं, साथ ही बच्चों में खेती-किसानी की समझ
विकसित हो, इसके लिए किचन गार्डन विकसित करने का निर्देश दिया गया है। इसके
लिए शासन से पांच हजार रुपये प्रति विद्यालय की दर से धनराशि स्वीकृत की
गई है। विद्यालयों के मध्याह्न भोजन निधि खातों में धनराशि ट्रांसफर की गई
है। इस धनराशि से प्रधानाध्यापकों को खाद, बीज, कृषि उपकरण समेत अन्य
सामग्री खरीदने में सहूलियत होगी।
विद्यालय परिसर
में हरी सब्जियां जैसे टमाटर, बैंगन, गोभी, धनिया, कद्दू, लौकी, भिंडी,
तरोई व नेनुआ आदि उगाई जाएंगी। तैयार होने पर इन सब्जियों का प्रयोग
मध्याह्न भोजन में किया जाएगा। जिला समन्वयक मध्याह्न भोजन योजना संदीप
यादव ने कहा कि किचन गार्डन के लिए उन्हीं विद्यालयों का चयन किया गया है
जहां भौतिक संसाधन उपलब्ध होने के साथ ही किचन गार्डन की सुरक्षा के लिए
बाउंड्रीवाल निर्मित है।
बीएसए दीवान सिंह यादव ने बताया कि सभी खंड शिक्षाधिकारियों को निर्देशित
किया गया है कि जिन विद्यालयों में धनराशि भेजी गई है, वहां किचन गार्डन
विकसित कराने के लिए विद्यालयों का निरीक्षण समय-समय पर करते रहें।जिले के
14 ब्लॉकों में 200 विद्यालय चयनित किए गये हैं। इममें अखंडनगर में 11,
बल्दीराय में 16, भदैंया में 12, धनपतगंज में 13, दूबेपुर में सात,
जयसिंहपुर में 12, कादीपुर में आठ, करौंदीकलां में छह, कुड़वार में सात,
कूरेभार में सात, लंभुआ में 16, मोतिगरपुर में 11, प्रतापपुर कमैचा में
पांच जूनियर हाईस्कूल चयनित किए गये हैं।
परिषदीय प्राथमिक विद्यालयों को भी किचन गार्डन के लिए चयनित किया गया है।
इनमें अखंडनगर के पांच, बल्दीराय के चार, भदैंया के छह, धनपतगंज के सात,
कूरेभार के आठ, दूबेपुर के आठ, करौंदीकलां के तीन, जयसिंहपुर के छह,
कुड़वार के पांच, लंभुआ के छह, मोतिगरपुर के दो व प्रतापपुर कमैचा का एक
प्राथमिक विद्यालय शामिल है।
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