सरसावा। गांव झरौली स्थित उच्च प्राथमिक विद्यालय की एक शिक्षिका के खिलाफ गांव बहलोलपुर के अभिभावकों ने मोर्चा खोल दिया है। उन्होंने स्कूल का बहिष्कार कर आरोपी शिक्षिका का स्थानांतरण नहीं होने तक बच्चों को स्कूल नहीं भेजने का निर्णय किया है।
अभिभावकों
का कहना है कि दो दिन पहले गांव झरौली स्थित उच्च प्राथमिक विद्यालय में
मध्यान्ह के दौरान बच्चे खेल रहे थे। आरोप है कि इसी दौरान शिक्षिका की
स्कूल प्रांगण में खड़ी गाड़ी का शीशा टूट गया। इससे गुस्साई अध्यापिका ने
कक्षा सात की एक छात्रा की पिटाई कर गाड़ी का शीशा तोड़ने वालों के नाम
बताने का दबाव बनाया। उन्होंने स्कूल के ही कक्षा चार के दो छात्रों के
खिलाफ शाहजहांपुर पुलिस चौकी में तहरीर दे दी। ग्रामीणों ने बताया कि एक
छात्र के माता-पिता नहीं हैं। वह अपने मामा के यहां रहकर पढ़ाई कर रहा है।
इस घटना से अभिभावकों में रोष पनप गया। उन्होंने स्कूल का बहिष्कार कर
शिक्षिका के स्थानांतरण की मांग की।
उधर,
प्रधानाध्यापिका उर्वशी शर्मा ने बताया कि विद्यालय में तीन गांव झरोली,
बहलोलपुर तथा शाहजहांपुर के बच्चे पढ़ते हैं। जिनकी संख्या करीब 250 है।
इनमें से करीब 150 बच्चें ग्राम बहलोलपुर के हैं। उन्हें ग्राम झरौली तथा
शाहजहांपुर के बच्चे स्कूल में मिले परंतु बहलोलपुर के बच्चे नदारद थे।
जिसे देख अन्य शिक्षकों को साथ लेकर वे गांव बहलोलपुर पहुंचीं तथा
अभिभावकों से बच्चों को स्कूल भेजने की अपील की, लेकिन अभिभावकों ने साफ
कहा कि जब तक आरोपी शिक्षिका का ट्रांसफर नहीं होता वे बच्चों को स्कूल
नहीं भेजेंगे। इस संबंध में खंड शिक्षा अधिकारी विकास पंवार ने कहा कि
मामला उनके संज्ञान में नहीं है।
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