सुल्तानपुर। बिजली बिल के बकायेदार सरकारी विभागों पर शामत आ गई है। अकेले बेसिक शिक्षा से संचालित परिषदीय विद्यालयों पर करीब 22 करोड़ रुपये का बिजली बिल बकाया है। इसके साथ ही चीनी मिल समेत अन्य सरकारी विभागों पर भी बकाया चला आ रहा है। बुधवार को बकाया वसूली के लिए चलाए गये अभियान में बीएसए व डायट कार्यालय का बिजली कनेक्शन काट दिया गया। अन्य विभागों को चेतावनी दी गई है।
मध्यांचल
वितरण निगम की ओर से बकाया बिजली बिल जमा कराने के लिए कसे गये शिकंजे के
बाद विद्युत वितरण मंडल ने सख्त रुख अपना लिया है। विद्युत वितरण के निशाने
पर लाखों व करोड़ों के बकायेदार सरकारी विभाग समेत अन्य उपभोक्ता आ गए
हैं। रिकॉर्डों के मुताबिक अकेले बेसिक शिक्षा से संचालित प्राथमिक व
जूनियर विद्यालयों पर ही करीब 22 करोड़ रुपये का बिजली बिल बकाया चला आ रहा
है।
विद्युत वितरण मंडल ने विद्यालयों का बिल न जमा होने पर कनेक्शन काटने की
चेतावनी दी है। इसके साथ ही किसान सहकारी चीनी मिल पर अभी करीब 55 लाख
रुपये का बिजली बिल बकाया चला आ रहा है। बुधवार को बिजली बिल बकाया वसूली
के चलाए गए अभियान में अवर अभियंता धर्मनाथ प्रसाद के नेतृत्व में निकली
टीम ने करीब सवा लाख रुपये के बिल बकाए में बीएसए कार्यालय का बिजली
कनेक्शन काट दिया। इसके साथ ही बकाए में जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान
(डायट) का भी कनेक्शन काट दिया।
जेई ने बताया कि शहर में बिजली बिल बकाए में दर्जन भर से अधिक कनेक्शन
काटे गए हैं। इस दौरान राजस्व भी जमा कराया गया है। अधीक्षण अभियंता धीरज
सिन्हा ने बताया कि पूरे जिले में बिजली बिल बकाया वसूली के लिए अभियान
चलाया जा रहा है। अभियान में राजस्व जमा कराने के साथ ही बिजली कनेक्शन भी
काटे जा रहे हैं।
चालू वित्तीय वर्ष में विद्युत वितरण मंडल की
ओर से बकाया बिजली बिल जमा कराने के लिए कसे गए शिकंजे पर सरकारी विभागों
की ओर से बकाया बिल के साथ ही चालू माह के लाखों रुपये जमा कराए गये हैं।
अधीक्षण अभियंता धीरज सिन्हा ने बताया कि इस वर्ष सरकारी विभागों की ओर से
करीब 25.11 करोड़ रुपये बिजली बिल जमा कराए गये हैं। अन्य विभागों पर बकाया
बिल जमा कराने का दबाव बनाया जा रहा है।
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